छत्तीसगढ़ में बड़ा नक्सली हमला 10 जवान हुए शहीद
सरकार और नक्सलियों से क्यों बनी दुश्मनी जानें कारण Know the reason why there was enmity between the government and the Naxalites
Naxal Attacks In Chhattisgarh: हाल ही में भारत के राज्य छत्तीसगढ़ के अंदर नक्सली हिंसा में लगभग 10 जवान शहीद और एक ड्राइवर की मौत हुई है इस घटना को कवर करते समय जब हमने कुछ तथ्य निकालने का प्रयास किया तो जानकारी निकलकर आई कि भारत में नक्सली हिंसा का जो क्रम है
वह कुछ दिनों से या फिर लगातार दो 4 सालों की बात करें तो मार्च-अप्रैल में लगातार देखा जा रहा है।
नक्सली हमले में 10 डीआरजी जवान शहीद
इस नक्सली हमले में शहीद होने वालों में प्रधान आरक्षक जोगा सोढ़ी, मुन्ना राम कडती, संतोष तामों, नव आरक्षक दुल्गो मंडावी , लखमू मरकाम , नव आरक्षक जोगा कवासी, नव आरक्षक हरीराम मांडवी, गोपनीय सैनिक राजूराम कटरम, जयराम पोडियाम, जगदीश क्वासी और गाड़ी के ड्राइवर धनीराम यादव शामिल है ।
गोपनीय सैनिक कौन है?
बड़ा चीज निकल कर यहां आ रहा है कि नक्सलवादियों के जो ऐसे लोग हैं जो नक्सल छोड़ करके अब सेना का साथ दे रहे हैं पुलिस का साथ दे रहे हैं और वह हिस्सा बन चुके हैं उन्हे गोपनीय सैनिक कहते हैं अब तक लगभग 1700 ऐसे जवान हमारे फौज में शामिल हुए है और ये नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कार्यरत हैं।
दंतेवाड़ा जिले में नक्सली हमले में कुल 10 पुलिसकर्मी शहीद हो गए यह जवान डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड यूनिट के थे इनके अलावा इनकी गाड़ी के ड्राइवर की भी हमले में मौत हो गई है छत्तीसगढ़ के इस हमले में नक्सलियों ने 50 किलो विस्फोटक का इस्तेमाल किया है और जिस गाड़ी में जवान जा रहे थे उसके कई टुकड़े हो गए हैं।
जवान हमले होने से पहले मंगलवार को और रात में हार्डकोर नक्सली कमांडर और आठ लाख के इनामी बदमाश को सूचना मिलने पर उसे पकड़ने के लिए निकले थे
सुबह करीब 7:00 बजे यहां पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई इसी दौरान लौट रहे जवानों की वाहन को धमाके से उड़ा दिया गया इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है।
नक्सलवादी हमला क्यों करते है Naxal Attacks In Chhattisgarh
आप लोग जरूर सोच रहे होंगे कि नक्सलवादी हमला भारत में काफी लंबे समय से चला आ रहा है आखिर में नक्सली क्यों भारती फौज के जवानों पर हमला करते हैं उनका क्या उद्देश होता है और उन्हें यह सब करने के लिए कौन प्रेरित करता है इन सभी सवालों का जवाब आज हम इस पोस्ट के माध्यम से जानने वाले हैं।
नक्सलियों का हमला करने का मुख्य उद्देश्य यह है कि ये एक आदिवासी हैं और उनका निवास स्थान जंगल है एक बार हुआ क्या कि सरकार ने उन्हें बताया कि आप जहां पर रहते हैं वह एक सरकारी संपत्ति है
यहां पर बहुत सारे खनिज पदार्थ उपलब्ध हैं जिसे प्राप्त करने के लिए यहां की वनस्पतियों को काटना आवश्यक है लेकिन जंगल में रहने वाले इन आदिवासी के लिए यह काम अत्यंत घिनौना लगा|
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उन्होंने अपने जंगलों को बचाने के लिए सरकार पर हमला करना शुरू कर दिया इसी कारण से सरकार से आदिवासियों की लगातार दुश्मनी बढ़ती चली जा रही है इसीलिए आदिवासी नक्सली का रुप धारण करते जा रहे है।
इनके पास ना कोई शिक्षा होती है ना कोई टेक्नोलॉजी इन्हें बाहर से असलहा और तकनीकी दी जाती है ताकि भारत में आंतरिक अशांति बने।
सरकार और नक्सलियों से क्यों बनी दुश्मनी जानें कारण
यह लोग कई सालों से लगातार मार्च और अप्रैल महीने में भारतीय सेना के ऊपर हमला करने का प्लान करते हैं और अपने हमले में कामयाब भी हो रहे हैं।